भौतिक विज्ञान हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन यह किसने और कैसे अविष्कार किया, यह एक रोचक प्रश्न है। इस लेख में, हम जानेंगे कि भौतिक विज्ञान का अविष्कार किसने किया और उसके पीछे की कहानी क्या है।
भौतिक विज्ञान का आदिकाल
भौतिक विज्ञान का आदिकाल बहुत ही प्राचीन है, और इसका अध्ययन प्राचीन ग्रीक दर्शनिकों जैसे अरिस्टोटल और प्लेटो द्वारा किया जाता था। वे दृष्टिकोण और सिद्धांतों की बुनाई करने के साथ, भौतिक विज्ञान के मूल नियमों की खोज की।
न्यूटन और ग्रेविटेशनल फ़ॉर्स
17वीं सदी में, इसके बाद, आइसाक न्यूटन ने ग्रेविटेशनल फ़ॉर्स का सिद्धांत विकसित किया, जिसने आकर्षण की कथनी को एक स्पष्ट और संविदानिक सिद्धांत में परिभाषित किया।
इलेक्ट्रोमैग्नेटिज़्म और फ़ारेडे का अविष्कार
19वीं सदी में, माक्सवेल ने इलेक्ट्रोमैग्नेटिज़्म और फ़ारेडे के उपयोग के साथ बिज्ञान को एक नया दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
संक्षिप्तीकरण का अविष्कार
20वीं सदी की शुरुआत में, वर्णनात्मक और संक्षिप्तीकरण के लिए क्वांटम मैकेनिक्स के क्षेत्र में महत्वपूर्ण अविष्कार हुए।
आइंसटीन और सापेक्षता का सिद्धांत
अल्बर्ट आइंसटीन के सापेक्षता के सिद्धांत ने भौतिक विज्ञान की दुनिया को हिला दिया और ईन्फ़र्मेशन और तर्क के बारे में हमारे दृष्टिकोण को बदल दिया।
आधुनिक भौतिक विज्ञान के महान योगदान
20वीं सदी के आधुनिक भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में अनेक महान वैज्ञानिकों ने अपने योगदान दिये, जैसे कि वर्णनात्मक सिद्धांत, स्पेशल और जनरल थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी, और क्वांटम मैकेनिक्स।
निष्कर्षण
इस लेख में, हमने देखा कि भौतिक विज्ञान का अविष्कार कई महान वैज्ञानिकों और उनके सिद्धांतों के मिलने से हुआ है। इन सिद्धांतों ने हमारे जीवन को समझने में मदद की है और विज्ञान की दुनिया को आगे बढ़ाया है।
5 अनूठे सवाल
- भौतिक विज्ञान का अविष्कार कब हुआ?
- अल्बर्ट आइंसटीन के सापेक्षता सिद्धांत क्या है?
- ग्रेविटेशनल फ़ॉर्स किसने खोजा?
- क्या क्वांटम मैकेनिक्स क्या है?
- भौतिक विज्ञान का भविष्य क्या है?